Type Here to Get Search Results !

Martyrs Day 2020 – शहीद दिवस शायरी – Shahid Diwas Shayari

On March 231931, Bhagat Singh along with his associates Sukhdev Thapar and Shivaram Rajguru were hanged to death for the assassination of 21-year-old British police officer John Saunders. ... Inside the jail, Bhagat Singh and his associates went on a hunger strike to protest against the standards on living in jail

भारत में शहीद दिवस 23 March और 30 January के साथ-साथ कई अन्य दिनांक पर भी Shahed Diwas मनाया जाता है। भारत के इतिहास का 23 March के दिन को काला दिन भी कहा जाता है। क्यूंकि भारत के तीन सवतंत्रता सेनानी शिवराम Rajguru, Bhagat Singh और Sukhdev थापर को 23 March के दिन ब्रिटिश सरकार के द्वारा फाँसी की सजा दी गयी थी। इन तीनों सवतंत्रता सेनानियों ने बिना हिचकिचाए एवं बिना झिझक के देश की आजादी के लिए अपने प्राणों का बलिदान दे दिया था।

Table Of Content (toc)

Shahidi Shayari Image

यहाँ आरती है अज़ान है, हिन्दू हैं मुसलमान हैं गर्व है मुझे इस देश पर क्यूंकि ये मेरा हिन्दुस्तान है


आओ झुक कर सलाम करे उनको जिनके हिस्से मे ये मुकाम आता है खुसनसीब होता है वो खून जो देश के काम आता है जय हिन्द जय शहीद
लड़े वो वीर जवानों की तरह ठंडा खून भी फौलाद हुआ मरते – मरते भी कई मार गिराए तभी तो देश आजाद हुआ
लिख रहा हूं मैं अजांम जिसका कल आगाज आयेगा, मेरे लहू का हर एक कतरा इकंलाब लाऐगा मैं रहूँ या ना रहूँ पर ये वादा है तुमसे मेरा कि, मेरे बाद वतन पर मरने वालों का सैलाब आयेगा।
जब देश में थी दिवाली….. वो खेल रहे थे होली… जब हम बैठे थे घरो में…… वो झेल रहे थे गोली… क्या लोग थे वो अभिमानी… है धन्य उनकी जवानी… जो शहीद हुए है उनकी… ज़रा याद करो कुर्बानी… ए मेरे वतन के लोगो… तुम आँख में भर लो पानी… देश के शहीदो को नमन।


मन को खुद ही मगन कर लो, कभी-कभी शहीदों को भी नमन कर लो। देश के शहीदो को नमन

वतन की मोहब्बत में खुद को तपाये बैठे है, मरेगे वतन के लिए शर्त मौत से लगाये बैठे हैं। देश के शहीदो को नमन।
मुझे तन चाहिए, ना धन चाहिए, बस अमन से भरा यह वतन चाहिए जब तक जिन्दा रहूं,इस मातृ-भूमि के लिए और जब मरू तो तिरंगा कफ़न चाहिये। देश के शहीदो को नमन। 




Bhagat Singh Martyrs Day

Bhagat Singh Martyrs Day

Bhagat Singh Martyrs Day

आप इस Best Shaheed Diwas Shayari Collection को Instagram एवं Facebook के जरिये अपने Friends और Relatives के साथ साँझा कर सकते है। इसके साथ ही आप इन Sahidi Shayari या इन शेरो शायरी को Internet के माध्यम से हिंदी के साथ-साथ अन्य भाषाओँ में भी पढ़ सकते है।

Shayari on Shaheed Diwas


वतन वालो वतन ना बेच देना ये धरती ये चमन ना बेच देना शहीदों ने जान दी है वतन के वास्ते शहीदों के कफन ना बेच देना
तिरंगे में लिपटी लाशो में दी थे नाम एक था अली तो एक था श्याम हिंदुस्तान-ए-मोहब्बत में दोनों ने दी थी जान फिर भी हमने उनको बांट दिया कहकर हिंदू और मुसलमान


इतनी सी बात हवाओ को बताये रखना रौशनी होगी चिरागो को जलाये रखना लहू देकर की है जिसकी हिफाजत हमने ऐसे तिरंगे को हमेशा अपने दिल मे बसाये रखन

जशन आज़ादी का मुबारक हो देश वालो को, फंदे से मोहब्बत थी हम वतन के मतवालो को !!

Balidan Shayari in hindi
Shaheed Diwas

Shaheed Diwas

Every year, March 23 also known as Shaheed Diwas or Sarvodaya Day is observed as Martyrs Day as a tribute to freedom fighters Bhagat Singh, Sukhdev Thapar, and Shivaram Rajguru. The Government of India declared March 23 as Shaheed Diwas

Post a Comment

12 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

  1. Please visit www.parnassianscafe.com for related content, shayari, quotes, motivational stories, educational topics.

    ReplyDelete
  2. काश कि हम उनके दिल पे राज़ करते,
    जो कल था वही प्यार आज करते,j
    हमें ग़म नहीं उनकी बेवफाई का,
    बस अरमां था कि…
    हम भी अपने प्यार पर नाज़ करते।

    आज हम उनको बेवफा बताकर आए हैं,
    उनके खतो को पानी में बहाकर आए हैं,
    कोई निकाल न ले उन्हें पानी से..
    इस लिए पानी में भी आग लगा कर आए हैं।

    गहराई प्यार में हो तो बेवफाई नहीं होती,
    सच्चे प्यार में कहीं तन्हाई नहीं होती,
    मगर प्यार ज़रा संभल कर करना मेरे दोस्त,
    प्यार के ज़ख्म की कोई दवा नहीं होती।

    कहाँ से लाऊं वो शब्द जो तेरी तारीफ के क़ाबिल हो…
    कहाँ से लाऊं वो चाँद जिसमें तेरी ख़ूबसूरती शामिल हो..
    ए मेरे बेवफा सनम एक बार बता दे मुझकों..
    कहाँ से लाऊं वो किस्मत जिसमें तू बस मुझे हांसिल हो…

    मत रख हमसे वफा की उम्मीद ऐ सनम,
    हमने हर दम बेवफाई पायी है,
    मत ढूंढ हमारे जिस्म पे जख्म के निशान,
    हमने हर चोट दिल पे खायी है।

    वो मिली भी तो क्या मिली बन के बेवफा मिली,
    इतने तो मेरे गुनाह ना थे जितनी मुझे सजा मिली…

    जहाँ दुनिया जाने चाहती है
    मैं वहाँ वहाँ आ गया हूँ
    इश्क़ मत करना दोस्तों मैं तबाह होकर आया हूँ। ! ! !

    मोहब्बत करने वालो को, वक़्त कहा जो गम लिखेगे…
    ए दोस्तों कलम इधर लाओ, इनके बारे में हम लिखेगे…

    ReplyDelete
  3. जहाँ दुनिया जाने चाहती है
    मैं वहाँ वहाँ आ गया हूँ
    इश्क़ मत करना दोस्तों मैं तबाह होकर आया हूँ। ! ! !

    ReplyDelete
  4. ek tarfra pyaar https://www.starstruckthoughts.com/ek-tarfa-pyaar/

    ReplyDelete
  5. This comment has been removed by a blog administrator.

    ReplyDelete